15:1 Then sang Moses and the children of Israel this song unto the LORD, and spake, saying, I will sing unto the LORD, for he hath triumphed gloriously: the horse and his rider hath he thrown into the sea.
15:1 तब मूसा और इस्राएलियों ने यहोवा के नाम यह गीत गाकर कहा, मैं यहोवा का भजन गाऊंगा, क्योंकि वह महिमा से विजयी हुआ है घोड़ा और उस पर सवार ने समुद्र में फेंक दिया है।
15:2 The LORD is my strength and song, and he is become my salvation: he is my God, and I will prepare him an habitation; my father's God, and I will exalt him.
15:2 यहोवा मेरा बल और गीत है, और वह मेरा उद्धारकर्ता है; वही मेरा परमेश्वर है, और मैं उसके लिये निवास स्थान तैयार करूंगा; मेरे पिता का परमेश्वर है, और मैं उसे सराहूंगा।
15:3 The LORD is a man of war: the LORD is his name.
15:3 यहोवा योद्धा है; उसका नाम यहोवा है।
15:4 Pharaoh's chariots and his host hath he cast into the sea: his chosen captains also are drowned in the Red sea.
15:4 फिरौन के रथों और उसकी सेना वह समुद्र में डाली है. उसके चुने हुए कप्तान भी लाल समुद्र में डूब रहे हैं.
15:5 The depths have covered them: they sank into the bottom as a stone.
15:5 गहराई उन्हें कवर किया गया है, वे एक पत्थर के रूप में तल में डूब गया.
15:6 Thy right hand, O LORD, is become glorious in power: thy right hand, O LORD, hath dashed in pieces the enemy.
15:6 हे यहोवा, तेरा दाहिना हाथ बलवन्त हो गया है; हे यहोवा, तेरा दाहिना हाथ शत्रु के टुकड़े टुकड़े कर चुका है।