Kalpana Singhबुद्ध की धरती गया में जन्मी कल्पना सिंह (कल81;पना सिंह-चिटनिस), आधुनिक हिंदी कविता के क्षेत्र में एक सुपरिचित नाम हैं। हिंदी काव्य-संग्रह जो तुम हो वही हूँ मैं (अग्निपथ, २०२४ ), तफ़्तीश जारी है; निशांत (कादंबरी, १९९३ ) "चाँद का पैवंद (अयन प्रकाशन, १९८६). अंग्रेजी काव्य संग्रह ट्रेसपासिंग माय एनसेस्ट्रल लैंड्स (फिनिशिंग लाइन प्रेस, २०२४ ), लव लेटर्स टू यूक्रेन फ्रॉम उयावा (रिवर पॉ प्रेस, २०२३), बेयर सोल (पार्ट्रिज, २०१५). उल्लेखनीय पुरस्कार और सम्मान बिहार राजभाषा परिषद् पुरस्कार (१९८६, इंडिया), बिहार श्री (१९८७, इंडिया), "नाजी नामन लिटरेरी प्राइज फॉर क्रिएटिविटी" (२०१७, लेबनॉन), राजीव गाँधी ग्लोबल एक्सीलेंस अवार्ड (२०१४ इंडिया), "इंटेर्नशल बुक अवार्डस" (फाइनलिस्ट) तथा "नेशनल इंडी एक्सेलेंस अवार्डस," फाइनलिस्ट (२०२३, यू. एस. ए.), "ह्रिहोरी कोचुर लिटरेरी अवार्ड" (२०२४, यूक्रेन), वोलोदिमीर तिमचुक द्वारा "लव लेटर्स टू यूक्रेन फ्रॉम उयावा" के यूक्रेनी अनुवाद के लिए. उल्लेखनीय फ़िल्में और फिल्म पुरस्कार गुडबाय माय फ्रेंड (फ़ीचर फिल्म), गर्ल विथ एन एक्सेंट (सिल्वर अवार्ड, मुंबई इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल), द ट्री (बेस्ट एक्सपेरिमेन्टल शार्ट फिल्म अवार्ड, नार्थ डकोटा इन्वॉयरन्मेंटल राइट्स फिल्म फेस्टिवल (यू. एस. ए.). विशेष "चाँद का पैवंद" की कवयित्री कल्पना सिंह की कविताएं, और इनकी कविताओं पर आधारित लघु-फिल्म "रिवर ऑफ सांग्स," को "लूनर कोडेक्स" में संग्रहित कर नासा, स्पेसएक्स और इंट्यूटिव मशीन अभियान के तहत २०२४ में चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर ले जाया गया। Read More Read Less